बिहार की शिक्षा पद्धति का कालासच ?? बिहार के गरीब मजदूर के बच्चे के भविष्य के साथ धोखा क्यों ??

//बिहार की शिक्षा पद्धति का कालासच ?? बिहार के गरीब मजदूर के बच्चे के भविष्य के साथ धोखा क्यों ??

बिहार की शिक्षा पद्धति का कालासच ?? बिहार के गरीब मजदूर के बच्चे के भविष्य के साथ धोखा क्यों ??

शून्य की खोज, गणित और सौरमंडल के बारे में दिए गए ज्ञान से खगोल विज्ञानं में क्रांति लाने वाले आर्यभट्ट, वराहमियर तथा पाणिनि की कर्मस्थली बिहार की भूमि का शिक्षा पद्धति जिस प्रकार कई दसको से वोट बैंक के राजनीती के लोकलुभावन वायदे के हासिये पे बलि चढ़ रहा है वो दिन दूर नहीं जब हमारी शिक्षा पद्धति भी अतिपिछड़ा हो जाये। ये बिहार के गरीब, किसान और मजदुर लोगों के बच्चे को बुनयादी और आधुनिक शिक्षा से दूर रख  पिछड़ा से अतिपिछड़ा के श्रेणी में लाने की साजिस के शिवाय और कुछ नहीं दिखता।

इसमें सबसे बड़ा दोषी है सरकार से खैरात में मिलने वाले योजना का लाभ उठाने वाले और अपना वोट बेचने वाले अंधभक्त लोग जो सरकार में बैठे लोगों को भ्रस्टाचार करने का मौका देता है, कोई नेता अपना जमीन बेचकर हमें फ्री में कोई सुविधा नहीं देता वो जनता के टैक्स के पैसे से हजार रूपये का साईकिल कागज पे दो हजार का दिखा हमें खरीद कर बाँट देता और जहाँ वे कागज पे पांच लाख साईकिल बांटने की पुष्टि करता है और जनता तक एक लाख साईकिल भी नहीं पहुंच पाता यानि ट्रिप्पल फ़ायदा पॉकेट भी गर्म और जनता भी नरम साईकिल एक को मिला तो वो दस के पास सरकार का गुण तो गायेगा ही जो उसे वोट के रूप में लगातार सत्ता के कुर्शी तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होता है।

नेता के बच्चे पढ़ते है विदेश में और जाती के नाम पे छाती पीटने वाले के बच्चे पढ़ रहे है सरकारी स्कूल के आम के पेड़ के निचे।और सरकारी स्कूल में पढाई हो या नहीं हो, लेकिन स्कूल में सड़ा हुआ चावल का खिचड़ी खाओ और सरकार का गुण गाओ चुकी बिहार की ज्यादातर आबादी गावं में रहता है और 70% से ज्यादा लोग किसान और मजदुर है और ज़्यदातर जिले में 10 में से 6 लोग गरीबी रेखा से निचे है ये मैं नहीं सरकार के आंकड़ें बताते है और विश्वास न हो तो गूगल पे सर्च मारकर देख सकते है।

ये 70% से ज्यादा बिहार के गरीब, किसान और मजदुर के बच्चे अगर सही माने में शिक्षित और जागरूक हो जाये.. और अगर उसे देश और दुनियाँ के बारे में जानकारी हो जाये तो हमारे नेताओं के लिए सबसे बड़ा खतरा पैदा हो जायेगा फिर धर्म और जाती के नाम पे लोगों का ब्रेनवास नहीं कर पायेगा और फिर इन्हे चुनाव में इनके पार्टी का रंग बिरंगे झंडे लेकर दौड़ने वाले दिलफेंक आशिक युवा का आभाव हो जायेगा इसलिए तो ये लोग चाहते है हम जितना  शिक्षा में पिछड़े रहेंगे उतना इसके लिए पिछड़ा और अतिपिछड़ा का राजनीति करने में सहूलियत होगी।

बस कमेंट में लिखे जय बिहार इतना ही हमारा हौसला बढ़ाने के लिए काफी होगा जिससे हम बिहार के युवा के भीतर आग लगाने में सफल हो सके और बिहार के गौरव को पुनः स्थापित करने का सपना पूरा हो सके।

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By |2023-01-18T17:09:10+05:30February 16th, 2023|मुहिम|0 Comments

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