चूँकि बिहार से बहार निकलने के बाद देश और दुनियाँ में हमें जाती के नाम पे नहीं जानता बल्कि बिहारी के नाम से ही हमें पुकारता है, जोकि कलंकित हो चूका है। अपने स्वाभिमान के लिए मर मिटने वाला बिहारी को आज देश और दुनियां में सर झुकाकर चलने के लिए मजबूर कर दिया गया … विस्वास नहीं होता तो जो लोग बिहार से बाहर रह रहा है उनसे पूछो ..झूठ कितना दिन चलेगा जो हम है उसे स्वीकारना ही होगा। जातिवाद के जहर ने गौरवशाली बिहार के अतीत के अस्तित्व को ही मिटाने में उतारू हो चूका है।
तीन चार दशकों से बिहार जिस तरीके से हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है वो दिन दूर नहीं जब बिहार अतिपिछड़ा में गिनती होने लगे, 2021 के नेशनल मल्टी डाइमेन्शनल पावर्टी इंडेक्स बेसलाइन (National Multidimensional Poverty Index ) के रिपोर्ट के अनुसार, गरीबी, बेरोजगारी , न्यूट्रिशन, मैटरनल हेल्थ, शिक्षा, कुकिंग फ्यूल और इलेक्ट्रिसिटी के मामले में बिहार देश में सबसे नीचले पायदान पे खड़ा है। आज बिहार के ज्यादातर जिले में 10 में से 6 लोग गरीबी रेखा के निचे अपना जीवन बिताने के लिए मजबूर है।
सभी राजनीतिक दलों ने बिहार को जातिवाद का प्रयोगशाला समझ इन्हे अर्शो से लुटा है। और केंद्र सरकार भी कई दशकों से बिहार के साथ सौतेला व्यवहार करता रहा है। जाति और धर्म के नाम पर फुट डालो राज्य करो के निति का इस्तेमाल कर हमें अपनों में बांटकर ये लोग हमारे अलग अलग जाति के ठेकेदार बन हमारा इस्तेमाल किया और बिहार को देश के सबसे गरीब और पिक्षडा राज्य के श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया।
हम उन सभी बिहारियों से पूछना चाहता हूँ जातिवाद की राजीनीति से किस किस जाती का विकास संभव हो पाया कमेंट जरूर करें?? ज्यादा नहीं सप्ताह में एक दिन शनिवार को रात नौ बजे 10 मिनट का समय इस चैनल के विडिओ को खुद देखने और सभी बिहारियों को देखने के लिए प्रेरित करें जिससे बिहार में जागरूकता लाया जा सके और हम बिहारियों का संकल्प पूरा हो सके।
अपने समाज में जागरूकता फ़ैलाने और विकास का माहौल बनाने के लिए ज्यादा नहीं प्रतदिन दस मिनट ऑनलाइन जुड़कर इस मुहीम से ज्यादा से ज्यादा आदमी को जोड़ने का प्रयास कर अपना अपना विचार प्रकट करें।
बिहार के विकास के लिए सफ़ेद कपड़ा पहने व्यक्ति की नहीं योग्य व्यक्तित्व और मजबूत नेतृत्व की जरुरत है, जिसके पास बिहार के समस्या समाधान के लिए विज़न और मिशन हो, जिसके पास परिस्थितियों से लड़ने का आत्मशक्ति हो, देश और दुनियाँ का अनुभव हो। और बिहार में इसकी कोई कमी नहीं परन्तु जरुरत है हमें अपने अपने क्षेत्र में ऐसे प्रतिभावान युवा का चुनाव करने का, जिसकी प्रक्रिया हम आने वाले विडिओ में बतायेंगे।
इसके लिए हमें सड़क पे आंदोलन करने और लाठी खाने की कोई जरुरत नहीं, सभी महनुभवों से मेरा आग्रह है की बिहार के गौरवशाली अतीत को बचाने के लिए इस डिजिटल क्रांति के मुहीम में अपने स्कूल, घर या अपने ऑफिस में बैठे बैठे एक समृद्ध बिहार बनाने के संकल्प के साथ अपना विचार निचे दर्शाये जा रहे माध्यम से हमतक भेज सकते है।
इसके लिए हमें किसी सरकार या पार्टी या नेता के खिलाफ जाने या बोलने में अपना समय बर्बाद नहीं करना बल्कि खुद और अपने समाज की मानशिकता बदलने की जरुरत है बिहार अपने आप बदलना प्रारम्भ कर देगा।
आप सभी महानुभावों से आग्रह है की इस मुहीम का हिस्सा बन बिहार की समस्या के समाधान के बारे में अपना राय लिखकर , बोलकर या विडिओ बनाकर हमें ईमेल biharvikaskranti@gmail.com पर भेज सकते है।
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