व्यक्तित्व निर्माण क्यों जरुरी?? शिक्षा पद्धति जो रोजगार का अवसर प्रदान करे ?

//व्यक्तित्व निर्माण क्यों जरुरी?? शिक्षा पद्धति जो रोजगार का अवसर प्रदान करे ?

व्यक्तित्व निर्माण क्यों जरुरी?? शिक्षा पद्धति जो रोजगार का अवसर प्रदान करे ?

कुछ मुठीभर लोगों के द्वारा सोशल मीडिया पे चलाये जा रहे फोबिया का शिकार वर्तमान की ज्यादातर युवा मोबाइल को अंग प्रदर्शन करने और दूसरे के अंग प्रदर्शन को देखने का साधन मान बैठा है जोकि उसे मानशिक रूप से अपाहिज कर उसे दिलफेंक आशिक बना चूका है।

जिस दौरान बच्चों का व्यक्तित्व निर्माण का बीज बोना जरुरी होता है वह बहुमूल्य समय वो गेम और अश्लीलता को देखने में बिता रहा है जोकि उसके लिए निकट भविष्य में अभिशाप साबित हो सकता है। और जिसके बारे में हम आने वाले विडिओ में विस्तृत रूप से बतायेगे।

सोच सही हो तो मोबाइल के माध्यम से हम अपना स्किल डेवलोपमेन्ट और व्यक्तित्व निर्माण कर सकते है। । जरुरत है सही मार्गदर्शन की जो ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और बेरोजगार युवा के अंदर विस्वास पैदा कर सके की हर व्यक्ति विशिष्ट है और हरेक के अंदर कुछ न कुछ विशिस्ट गुण होता है जरुरत है उसे जानने की।

इसके लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं बल्कि अपने अंदर जाना होगा, अपने अंदर स्वयं को जानने का उत्सुकता पैदा करना होगा, खुद से सवाल करना होगा हम क्या कर सकते है इसके लिए मोबाइल हमारा मार्गदर्शन करने में सहायक सिद्ध हो सकता जिससे हम अपना दिमाग के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर ये जान सकते है की वर्तमान की दुनियाँ का डिमांड क्या है और आने वाले निकट भविष्य में क्या डिमांड होने वाला है साथ ही दुनियाँ किस और जा रहा है और हमें उसके साथ चलने और खुद को दुनियाँ में रेप्रेज़ेंट करने के लिए किस किस स्किल का जरुरत पड़ेगा।

इन सभी स्किल के बारे में यूट्यूब पे लाखों विडिओ उपलब्ध है उनमे से कम कम दस स्किल पे स्टडी कर अपने आर्थिक स्थिति के हिसाब से एक कोई अच्छा स्किल को चुन उसे सिखने और उसमे स्पेशलिस्ट बनने के लिए किस किस चरण से हमें गुजरना पड़ेगा उस सम्बन्ध में लगातार कम से कम महीने दिनों तक ऑनलाइन माध्यमों से जानकारी एकठा कर एक समरी तैयार करने के बाद उसे स्टेप बाय स्टेप कैसे पूरा करना है इसका एक रोडमैप बनाना होगा। और फिर इसे हम कर सकते है के आत्मविश्वास के साथ और करना ही है के कठोर संकल्प के साथ हमें आगे बढ़ना होगा।

उस पथ पे हो सकता है अनेकों बाधाएं आएं लेकिन हमें ये सोचकर दृढ संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा की वो भीड़ जिसे हम पीछे छोड़कर आये है वे लोगो फिर से हमें भेंड़ चाल चलने के लिए हमारा वापसी का बाहें फैलाकर इंतजार कर रहा है.. फिर फैसला आपको करना होगा की हमें भेड़ चाल चलना है या अपना राह खुद बनाना है, चुकी जंगल का राजा शेर कभी झुण्ड में नहीं चलता इसलिए सफल लोग दुनियाँ के हिसाब से बही चलते बल्कि उनके हिसाब से दुनियाँ चलने का कोशिश करता है।

इसलिए जबतक आप उस भीड़ से अलग नहीं होंगे, तबतक आप सफल नहीं हो पाएंगे और भीड़ का शिकार होकर एक विशिस्ट मानव बनने से सदा सदा के लिए वंचित रह जायेंगे।  चुकी जबतक जीवन है तबतक संघर्ष है तो फिर संघर्ष से आप कब तक भाग पाएंगे। आगे फैसला आपको करना है।

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By |2023-01-18T17:12:35+05:30January 23rd, 2023|युवा प्रेरणा|0 Comments

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