मैं बिहारी, किससे पूंछू बिहार का लूटने का सवाल ??

//मैं बिहारी, किससे पूंछू बिहार का लूटने का सवाल ??

मैं बिहारी, किससे पूंछू बिहार का लूटने का सवाल ??

मैं बिहारी एक किसान और मजदूर का बेटा जब रोजी रोटी कमाने अपने घर से बहार निकलता हूँ तो दिल में उठता है बहुत सारे सवाल… लेकिन है तो पापी पेट का सवाल… फिर ख़त्म हो जाता है मेरे देल के सारे मलाल क्योकि मुझे तो अपनों ने हीं किया है जाति और धर्म के नाम पे हलाल फिर मैं किससे पूंछू बिहार का लूटने का सवाल।

फिर अपने आपको सान्तवना देने के लिए बंसल जी के कविता के तर्ज पे गुनगुनाता हूँ

मुठ्ठी में कुछ सपने लेकर, दिल में लेकर आशाएं।

रखता हु अरमान यही, कुछ कर जाएं… कुछ कर जाएं… ।

सूरज-सा तेज़ नहीं मुझमें, दीपक-सा जलता देखोगे..

अपनी बिहार रौशन करने से,

तुम मुझको कब तक रोकोगे…

तुम मुझको कब तक रोकोगे… । ।

और दिल में अपनों से बिछड़ने का गम लिए बिहार से बाहर जाने के लिए जब हम स्टेशन पे पहुंचते है तो याद आती है मुझे अंग्रेजों के ज़माने की सरकार जिस समय भारत वासियों के साथ होता था दुर्व्यवहार कोई बोलता है चुप साला बिहारी, तो कहीं बोलता है आला बिहारी तो कोई कहता है जा रे बिहारी।

दुःख तो हमें भी होता है लेकिन साथ साथ मुझे एक बात की बड़ी ख़ुशी होती है की कम से कम बिहार से बाहर हम एक है, हमें जाति और धर्म के नाम पे बिहार से बाहर के लोग हमें नहीं बाटते इसके लिए उनका गाली भी मुझे कबूल और उन सभी को मेरा ध्यन्यबाद।

इस जग में जितने ज़ुल्म नहीं, उतने सहने की ताकत है ….

तानों के भी शोर में रहकर सच कहने की आदत है ।।

मैं सागर से भी गहरा हूँ…तुम कितने कंकड़ फेंकोगे..

मैं सागर से भी गहरा हूँ…तुम कितने कंकड़ फेंकोगे..

चुन-चुन कर आगे बढूँगा मैं…

तुम मुझको कब तक रोकोगे…

तुम मुझको कब तक रोकोगे..।।

बहुत सहे सितम हमने बहुत किये जतन हमने अपने नेता को समझाने की मुझे मालूम नहीं अब तक वो किस कारण मजबूर और लाचार है गौरवशाली बिहार के अश्मिता को बचाने में। लेकिन हम मजदुर है मजबूर नहीं अपने मेहनत और खून पसीने से दूसरे राज्य का विकास करना जानते है तो बिहार को देश का सबसे पिछड़ा राज्य बना नहीं छोड़ सकते। मुझे बदले की राजनीती नहीं करना आता लेकिन बदलने की राणिनीति हमसे ज्यादा कोई नहीं जानता और इस बार हमलोग बिहार को बदलकर रहेंगे।

इस बार हमें न किसी पार्टी का सरकार बनाना ना जाति देखक उम्मीदवार चुनना है बल्कि अपने अपने क्षेत्र से ऐसे प्रतिभावान युवा को चुनेगे जसके पास किसान मजदुर गरीब बेरोजगार की समस्या के समाधान का रोडमैप हो और जिसके पास देश और दुनियाँ ने कैसे विकास किया उसका अनुभव हो जिससे वो हमारी बात को दुनियां के सामने मजबूती से रख हमारा प्रतिनिधत्व कर सके।

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By |2023-01-18T17:11:38+05:30March 2nd, 2023|युवा प्रेरणा|0 Comments

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