जब हमारे क्षेत्र के नेता ही अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे ??
व्यक्ति अर्थात मानव संसाधन विकास का सबसे बड़ा स्रोत हैं शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ जोकि अर्शों से वेंटिलेटर पे है इससे अच्छा दूसरे राज्य का अनाथ आश्रम का व्यवस्था बहुत अच्छी और आधुनिक है। बिहार की शिक्षा प्रणाली गुणवत्ताहीन और स्कूल बकरी गाय का चरवाहा केंद्र बना हुआ है। तकनीकी शिक्षा का ABCD भी नहीं पढ़ाया जा रहा है और सामान्य शिक्षा भी बदहाली के दौर से गुजर रही है। स्वास्थ्य सुविधाएँ अधिकतर शहरी इलाकों में केन्द्रित हैं और ग्रामीण इलाकों के गरीब नागरिक झोला छाप डॉक्टर के रहमो करम [...]
बिहार के शिक्षा स्तर को गिराने के लिए सबसे बड़ा साजिस??
बिहार में सरकारी स्कूल टीचर का नौकरी आमिर गरीब सभी बनना चाहता है लेकिन उसमे पढ़ने के लिए सिर्फ गरीब और मजदुर का बच्चे ही जाता है वो भी मज़बूरी में। आपने सुना होगा जब नाश मनुज पे छाता है तो पहले विवेक मर जाता है और विवेक के लिए शिक्षा जरूरी होता है इसलिए बिहार में शिक्षा मित्र के रूप में गावं के मुपरुख लोगों के रिस्तेदार को स्कूल में नौकरी देकर बिहार के शिक्षा स्तर को गिराने के लिए सबसे बड़ा साजिस किया गया जिससे गरीब किसान मजदुर [...]
आधुनिक शिक्षा का उदेश्य ?? शिक्षार्थ आईये और सेवार्थ जाईये का अर्थ??
आज जोकुछ भी हम अपने आस पड़ोस देख रहे है या खुद इस्तेमाल कर रहे है चाहे वो मोबाइल, टीवी, बाइक गाड़ी ये सभी शिक्षा का ही तो देन है, लेकिन शिक्षा को सिर्फ अगर सरकारी नौकरी पाने का साधन मान लिया जाय तो फिर शिक्षा का महत्व ही ख़त्म हो जाता है। चुकी जैसा की हम सभी जानते है आवस्यकता ही अविष्कार की जननी होता है इस पृथ्वी पे जिसने जनमानस की समस्या को समझ अपने आप को सृष्टि का एक माध्यम मान दुनियाँ से लेने की नहीं बल्कि [...]
हम बिहारी लोग मजदुर है मजबूर नहीं !! जाति और धर्म के नाम पे लड़के क्या मिला हमें ??
हम बिहारी लोग मजदुर है मजबूर नहीं, इतिहास साक्षी है बिहार ने जब जब अपना सर उठाया है तब तब एक नया इतिहास रचा है। वर्तमान के हो रहे गठबंधन, महागठबंधन से आप सभी अवगत ही है इस विषय में बात कर अपना समय नहीं बर्बाद नहीं करना nahi chate। बिहार ने साठ के दशक के बाद 45 मुख्यमंत्री और 8 बार राष्ट्रपति शासन को देखा और 90 के दशक का वो जंगल राज जिसमें गोलियों की तड़तड़ाहट, गिरती लाशें, जातिगत दंगों में होते नरसंहार भी देखा और जिस कलंक [...]
जरुरत है ऐसी शिक्षा पद्धति जो व्यक्ति का सोच बदले ?? ऐसी शिक्षा जो श्रेठ जीवन जीने का अधिकार देता हो।
शिक्षा का उदेश्य नौकरी पाना नहीं होकर अगर नौकरी पैदा करने का हो जाय तो फिर उस प्रदेश और राष्ट्र को विकास की पराकष्ठा पे पहुंचने में देर नहीं लगती। और वर्तमान की टेक्नोलॉजी और डिजिटल वर्ल्ड की इस एकसवीं सदी में अगर प्रदेश की सरकार थोड़ी सी अपनी प्रतिबद्धता दिखाए तो हम मामूली पैसे खर्च कर घर बैठे अपने बच्चे को आधुनिक शिक्षा मुहैया करा सकते जोकि उसे जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बना सकता है और हमारे समाज और देश के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है। वर्तमान [...]
बिहार को एक मजबूत नेतृत्व की जरुरत क्यों ?? इसका सीख हम सिंगापुर से ले सकते है !!
कोई भी जंग सिर्फ हथियार और सेना के बल पे नहीं लड़ा जा सकता बल्कि जंग जितने के लिए हौसला सबसे जरुरी है और साथ ही उस सेना का नेतृत्व करने वाले सेनापति का मजबूत इरादे और दृढ़संकल्प सबसे महत्वपूर्ण होता है लेकिन जब सेनापति ही पहले हथियार डाल दे तो कितना भी मजबूत सेना हो उसकी हार निश्चित होती है। ठीक इसी प्रकार देश के सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला प्रदेश बिहार के पास विश्व की सबसे बड़ी श्रम शक्ति होने के वाबजूद एक मजबूत नेतृत्व के आभाव में [...]
बिहार के उद्योग धंधे के बर्बादी का जिम्मेदार कौन ?? बिहार को मजबूर नहीं मजबूत नेतृत्व की जरुरत ??
बिहार को गरीबी से निकालने के लिए कोई आशा का किरण नहीं दिखाई दे रहा चुकी पुराने उद्योग धंधे बंद पड़े है और नए के लिए कोई रोड मैप ही नहीं दिखाई दे रहा ऐसे में बिहार की जनता निराशा के घोर अँधेरा में डूबता अपना आत्मविश्वास खोता जा रहा है। जब बिहार सरकार या वहाँ का नेता विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाए तभी बिहार के जनमानस में उम्मीद का किरण जग पायेगा और विकास का माहौल बन पायेगा। जहाँ तक वर्तमान के बिहार के औद्योगीकरण का प्रश्न है [...]
बिहार का फर्जी नेता ?? पिछड़ा बिहार का भटका युवा ??
अपनी अपनी राजनैतिक पकड़ बनाने के लिए बिहार के नेता लोग आजकल दे रहे वहां के बेरोजगार युवा को जातिवाद और उग्रवाद का प्रशिक्षण जिससे उसका इस्तेमाल चुनाव में नेताओं द्वारा दिए जाने वाले खोखले नारे और झूठे वायदे के आगे वो लोग जय जयकार करे। प्रशिक्षण देकर जब उसका ब्रेनवास हो जाता है तो फिर उन युवाओं में से किसी को बनाया जाता है पार्टी का युवा मंत्री, मीडिया प्रभारी या तो किसी को जिला मंत्री… और इलेक्शन ख़त्म होने के बाद जब वो नेता लोग बन जाता है [...]
Get a free Quote
जब हमारे क्षेत्र के नेता ही अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे ??
व्यक्ति अर्थात मानव संसाधन विकास का सबसे बड़ा स्रोत हैं शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ जोकि अर्शों से वेंटिलेटर [...]
बिहार के शिक्षा स्तर को गिराने के लिए सबसे बड़ा साजिस??
बिहार में सरकारी स्कूल टीचर का नौकरी आमिर गरीब सभी बनना चाहता है लेकिन उसमे पढ़ने के लिए [...]
आधुनिक शिक्षा का उदेश्य ?? शिक्षार्थ आईये और सेवार्थ जाईये का अर्थ??
आज जोकुछ भी हम अपने आस पड़ोस देख रहे है या खुद इस्तेमाल कर रहे है चाहे वो [...]
स्वयं को कैसे बदले ?? How To change himself??
हमलोग ज्यादातर समय सोचने में, दूसरे को देखने, दूसरे के चरचा और नेताओं तथा खिलाडियों के लिए ताली [...]