जब हमारे क्षेत्र के नेता ही अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे ??

//जब हमारे क्षेत्र के नेता ही अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे ??

जब हमारे क्षेत्र के नेता ही अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे ??

व्यक्ति अर्थात मानव संसाधन विकास का सबसे बड़ा स्रोत हैं शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ जोकि अर्शों से वेंटिलेटर पे है इससे अच्छा दूसरे राज्य का अनाथ आश्रम का व्यवस्था बहुत अच्छी और आधुनिक है। बिहार की शिक्षा प्रणाली गुणवत्ताहीन और स्कूल बकरी गाय का चरवाहा केंद्र बना हुआ है। तकनीकी शिक्षा का ABCD भी नहीं पढ़ाया जा रहा है और सामान्य शिक्षा भी बदहाली के दौर से गुजर रही है।

स्वास्थ्य सुविधाएँ अधिकतर शहरी इलाकों में केन्द्रित हैं और ग्रामीण इलाकों के गरीब नागरिक झोला छाप डॉक्टर के रहमो करम पे जिन्दा है। सरकारी डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस फल फूल रहा है और सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा एवं व्यवस्था चूहे और मच्छर का पनाह केंद्र बन चूका है और गरीबों के सामान्य जन-जीवन को स्वस्थ और सुखद बनाने से कोसों दूर हैं।

बिहार में गरीब लोगों को उच्तर एवं समुचित सेवा मुहैया कराने के लिए प्रशासनिक तन्त्र एवं उनसे जुड़े संस्थाओं को इंटरनेट से जोड़कर एप्प बनाकर, सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सप्प , ट्विट्टर के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता था जैसे की अन्य विकशित राज्यों में हो रहा है। शिकायत निवारण सेल बनाकर जिसके माध्यम से जिला स्तर से पंचायत स्तर तक धरातल पे हो रहे कार्यों को मॉनिटर कर अफसरों का दायित्व का निर्धारण और कठोरता के साथ उसका निर्वहन करने और तय समय सीमा के अंदर आम जनता को सुविधा उपलब्ध कराया जा सकता था।

लेकिन हमारे जनप्रतिनिधि अज्ञातवास में रहते है और बिहार की सरकार क्या करे उन्हें गठबंधन और महागठबंधन करने के लिए जनता से ज्यादा नेताओं का ख्याल रखना जरुरी होता है इसलिए किसी नेता का दोष देना गलत होगा पच्चास साल में 41 मुख्यमंत्री कर आठ बार राष्ट्रपति शासन आप खुद जोड़ सकते है एक मुख्यमंत्री कितना दिन अपना कार्यकाल निभा पाया होगा।

बदले की राजनीती को छोड़ बदलने की संकल्प के बिहार के सत्ता में एक मजबूत नेतृत्व देने के लिए हमसभी   को एकता का परिचय देना होगा तभी हम अपने माथे पे लगे  पिछड़ा होने का कलंक को मिटा पाने में सफल हो पाएंगे।

और इसके लिए सड़क पे आंदोलन की जरुरत नहीं बस जो जहाँ है वहां अपना काम करते हुए हर दिन दस मिनट इस मुहीम के साथ खुद जुड़कर और ज्यादा से ज्यादा अपने मित्रों परिजनों को इस डिजटल मुहीम से जोड़कर अपने समाज में जागरूकता फ़ैलाने के लिए इस चैनल के विडिओ को शेयर और फॉरवर्ड करने के साथ साथ अपना विचार प्रकट करने की कृपा करें।  मिलते है अगले विडिओ में तबतक के लिए जय हिंद जय बिहार।

 

Spread the love
By |2023-01-18T17:07:57+05:30March 30th, 2023|मुहिम|0 Comments

About the Author:

Leave A Comment